सेक्सी मामी की काली झांटे

हेल्लो दोस्तों,

आशा करता हूँ की आप लोग मस्त होंगे और चुदाई का मजा ले रहे होंगे | दोस्तों मेरा नाम रवि है और मैं झारखंड का रहने वाला हूँ। आज मैं अपनी सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ। उम्मीद है की आप लोगों को ये कहानी पसंद आएगी। चलिए अब ज्यादा टाइम न खराब करते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ।

ये घटना पिछले महीने की है जब मैं अपने मामा के घर बिहार में एक गाँव सारण गया हुआ था। मेरे मामा की बीवी यानि की मेरी मामी का नाम पुरवा है। और उनकी उम्र लगभग 35 साल है। दिखने में वो मस्त लगती हैं क्यूंकि गाँव में रहने वाली औरतें बहुत खूबसूरत होती है। मामी का बदन एक दम मस्त सुडौल और चुस्त दुरुस्त है।

उनके बूब्स का साइज़ मीडियम है। और गांड थोड़ी उठी हुई और चौड़ी है। दोस्तों जब मैंने उन्हें पहली बार देखा था, तभी से मेरा मन उनको चोदने को करने लगा था, लेकिन कभी सोच भी नही सकता था, की ये बात एक दिन सच हो जाएगी। खैर, एक दिन की बात है जब मैं उनके यहाँ था तो उसदिन मैं थोड़ी देर से उठा।

मामी और मैं घर पर अकेले थे, तो मैंने उनसे पूछा की मामा कहाँ हैं ?उन्होंने बताया की वो कुछ काम से बाहर गये हैं और शाम को घर लौटेंगे। मैंने बोला मामी, फिर तो मैं आज पूरा बोर होऊंगा। वो बोलीं की टीवी देख लो, वैसे तो मुझे अभी टीवी देखने का मन नही था। लेकिन मैं और करता भी क्या! मैं टीवी देखने बैठ गया।

थोड़ी देर बाद मामी ने बोला की मैं नहाने जा रही हूँ इसीलिए आँगन में मत आना। दोस्तों मामा का घर अभी पूरी तरह तैयार नही हुआ था। अभी बाथरूम नही बना था और आँगन में ही एक नल था जहाँ सब नहाया करते थे। तो मामी ने मेन दरवाजा अन्दर से बंद किया और जिस कमरे में मैं था, उसका कमरे का दरवाज़े का पल्ला सटा दिया लेकिन कुण्डी नही लगाई। मैंने बोला ठीक है मामी!! और मैं टीवी देखने लगा।

मैं टीवी देख ही रहा था की अचानक से मामी की आवाज़ आई रवि, मेरी आँख में साबुन चला गया और मुझे आँखो में बहुत जलन हो रही है, जल्दी से इधर आओ!! मैंने मन ही मन सोचा की पता नही मामी किन कपड़ों में हों मैंने बोला मामी नल चला लो वो बोलीं मुझे नल भी दिखाई नही दे रहा तभी तो बोल रही हूँ। मैंने बोला ठीक है, मैं आ रहा हूँ।

मैं आँगन में आया तो देखा मामी नल के पास पेटीकोट को अबे बूब्स पर बांधे हुए बैठी हैं और उनकी आँखों में साबुन गया हुआ था और चेहरे पर भी साबुन लगा हुआ था। मैंने नल चलाया और उनकी आँखों से साबुन साफ़ किया। उनकी आँखों में अभी भी जलन हो रही थी। मैंने और पानी डाला और पूछा कि अब तो उनकी आँखें नही जल रही है??

वो बोलीं एक काम करो, जल्दी से मेरे शरीर पर पानी डाल दो ताकि साबुन निकल जाये मैंने बोला ठीक है। फिर मैंने बाल्टी भरी और पानी उनके शरीर पर डालने लगा। वो अभी भी आँखें मल रही थीं इसीलिए साबुन जहाँ सिर्फ पानी से नही छुट रहा था वहां मुझे हाथ भी लगाना पड़ रहा था।

साबुन छुड़ाने के लिए ऐसे ही एक बार मैंने उनकी गर्दन के थोडा नीच हाथ लगाया तो गलती से उनके पेटीकोट की डोरी खुल गयी और उनका पेटीकोट खुल गया और पूरा निचे सरक गया। मामी ने पैंटी भी नही पहन रखी थी इसीलिए मुझे उनका पूरा बदन नंगा दिख गया। मामी के बूब्स बड़े थे और निप्पल भूरे रंग के थे। मामी की चूत बहुत लंबी और कड़क थी और काली झांटों से भरी हुई थी।

मैंने उनका नंगा बदन देख लिया जिससे मामी शरमा गयीं। अब उन्होंने एक हाथ से पेटीकोट संभाला और एक हाथ से अपनी आँखो पर पानी मारकर साफ़ करने लगीं।

पता नही कैसे, मैंने धीमें से बुदबुदा कर बोला की मामी आपकी झांटे काफी बड़ी हैं लेकिन मुझे खुद पता नही चला की कब मेरे मुंह से सच में आवाज़ निकल गयी और मामी ने सुन भी लिया। मामी बोलीं मेरे पास साफ करने का जुगाड़ थोड़ी है की तुम्हारी तरह हमेशा साफ़ रखूं।

मैंने भी कह दिया की आप मेरा ट्रिमर यूज़ कर लो। वो बोलीं तुम खुद ही कर दो मुझे ये ट्रिमर फ्रिमर चलाना नही आता। दोस्तों मेरे हाथ मानो हिरे की खान लग गयी हो मैं झट से मान गया। मैं कमरे में गया और अपना ट्रिमर लेकर आया। मैंने मामी से कहा की आप अपने पैर फैलाओ। तो उन्होंने एक बड़ी बाल्टी को उलट कर उसपर अपना एक पैर रख दिया जिससे उनकी टाँगे फैल गयी।

अब मैंने उनकी झांटे साफ़ करनी शुर कर दी। मैं धीरे धीरे चूत के हर कोने पर ट्रिमर फिराने लगा अब मामी के झांटो की कतरन जमीन पर गिर रहे थे और मामी की चूत जो झांटो से घिरी हुई थी अब आजाद होने लगी थी। दोस्तों जब उनकी झांटे साफ़ हो गयी तो उनकी चूत से एक बहुत अच्छी सी खुशबू सी आने लगी और उनकी चूत बहुत ही प्यारी लगने लगी। चूत के दोनों साइड फुले हुए केक की तरह लग रहे थे, वो आकृतियाँ मुझे आज भी याद हैं।

मामी की चूत का वो नज़ारा देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया है। मैं कुछ बोलता इससे पहले ही मामी ने मेरे पैंट में खड़े लंड पे गौर करते हुए खुद ही बोल पड़ीं की तुम भी तो दिखा दो अपना बिना झांटों वाला लंड, अब तक तो मेरी शरम खत्म हो गयी थी तो, मैंने अपनी पैंट निकाल दी और अपना लौड़ा उनको दिखाने लगा। वो मेरे गोरे और मोटे लंड को देखकर खुश हो गयीं।

मेरा लंड देखकर उनकी आंखों में अलग चमक आ गयी। वो अपने होठों को आपस मे दबाने लगी और अब शायद उनसे रहा नही गया और उन्होंने झट से मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया। कुछ देर मामी मेरे लंड को अपने हाथ मे लेकर टटोलती रही मैंने सोचा कि अब बात आगे कैसे बढ़ाऊ तो मैंने बोला मामी, क्या इरादा है ये(लंड की तरफ इशारा करते हुए)चाहिए आपको?? तो कमरे में चलें या सारा काम यहीं करना है ? वो शरमा गयीं और मुस्कुराते हुई हँस दी।

फिर मामी ने आहिस्ते से मेरे कान में कहा कि कमरे में फिर हम दोनों कमरे में आ गये। कमरे में पहुँचते ही मैंने उनको बेड पर धकेला और उनके ऊपर चढ़ गया। मैंने अपनी टीशर्ट उतार दी और पैंट और अंडरवियर भी उतार दी। मामी के कपडे पहले ही उतर चुके थे वो नंगी थी। मैंने सीधा मामी को किस करना शुरू कर दिया। वो भी किसिंग में मेरा साथ देने लगीं।

मैं उनके होठों को अपने होठों से चूम रहा था, और अपना हाथ उनके शरीर पर इधर से उधर घुमा रहा था। मामी पुरे जोश में मेरा साथ देती हुई अपने हाथों से मेरे बालों को सहला रही थीं। अब मैंने उनकी गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया वो मस्ती में आह्ह्ह हह ह हह हह हहू ऊऊ ऊ ऊऊ ऊऊ ऊऊ ऊऊ ऊ उम्मह… की सिसकियाँ लेने लगीं।

मैंने अब एक हाथ से उनके बूब्स दबाने शुरू कर दिए। मामी मस्ती में आह्ह्ह ह ह हह ह्ह्ह्ह ह ह ह्ह्ह ह ह ह करने लगीं। मैंने ज्यादा टाइम न लगाते हुए उनके हॉट बूब्स को चुसना शुरू किया। मैं मामी के बूब्स को चूसने लगा। क्या मस्त थे उनके बूब्स मुझे बहुत मजा आ रहा था। दोस्तों, उनके कड़क निप्पलों में जो स्वाद था वो सच में लाजवाब था।

मैं लगातार मामी के बूब्स को चुसे ही जा रहा था की अधिक ज़ोश में अचानक गलती से मैंने उनके एक निप्पल को काट लिया। मामी चीख पड़ी औंर जोर से ऊउईइ ईई ईईइ इ ई ईई ई ई ईई ईई ईई इ ईई ईईइ ईई ई ईई इ इ ई इ इ इ इ ईई ई ई ईई इ ईई इ ई इ ईई इ ई इ इ इ इ ईई इ इ ई इ इ ई इ इ ई इ इ इ ई ईई इ इ ईई ईई ई ईई इ इ ईई इ करने लगीं। मैंने उनसे माफी मांगी तो वो बोलीं कोई बात नही लेकिन आराम से चुसो और मैंने फिर चुसना शुरू कर दिया।

अब मैंने उनकी चूत में अपनी एक ऊँगली डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा। वो मस्ती में आआअह्ह हह हह ह ह हह ह्ह्ह ह हह ह ह्ह्ह ह्ह्ह ह्ह्ह्ह ह ह उम् मम म्मम्म मम म्मम्म मम मम्म मम्म मम्म म्मम्म म मम्म मम म मम्म म मुम्म उम्म्ह्ह ह ह हह ह हह ह हह ह हह हह ह ह हह ह ह हह ह उ उ ऊ इ ईई ई ई ईई इ इ ईई ई ईई ई ईई ईईइ ईईइ ईईइ इ ईई करने लगीं। मेरा लंड अब पूरा खड़ा होकर तन चुका था। मुझसे अब बिना मामी की चूत की चुदाई किये बिना रहा नही जा रहा था और शायद मामी से भी!!

मैंने अब सीधा मामी की टांगें फैलाई और एक ही झटके में पूरा लंड घुसेड दिया। उस झटके के दर्द से मामी की हालत खराब हो गयी। वो रो पड़ीं और मेरी कमर को पकड़ ईस..स.स.स करने लगी। मैं थोड़ी देर रुका और फिर मैंने चोदना शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद वो भी मजे लेने लगी और मस्ती से आःह्ह हह ह ह ह्ह्ह हह ह ह्ह्ह्ह हू ऊ ऊ उ ऊऊ उ ऊऊ ऊ ऊऊ ई ई ई इ ई इ इ ई इ इ ई ईई इ इ ई इ इ ई करने लगीं। मामी अब मज़े से मुझसे चुदवा रही थी मामी भी अपनी गांड के नीचे हाथ रख कर गांड उठा उठा कर धक्के मार रही थी।

करीब आधे घंटे की जोरदार चुदाई ठुकाई के बाद मैं झडने वाला था तो मैंने फिर एक बार अपने होठों को मामी के होठों पर चिपका कर मामी पर लेट गया। और नीचे से मामी की चूत में ज़ोर ज़ोर से लंड पेलने लगा। मामी फिर से आह आ आ आ करने लगी मगर उनके होंठ मेरी होठो के जब्त में थे उनकी आवाज दब जा रही थी। अंतिम समय में मामी भी मेरे होठो को चबाने लगी। इतने में ही मैं मामी की चूत में ही झड़ गया।

मैंने तुरंत अपना लंड मामी की चूत से निकाला और मुठ मार कर और वीर्य निकालने लगा। फिर एक बार मेरे लंड ने वीर्य छोड़ दिया मेरा सारा वीर्य मामी के पेट और उनके बूब्स पर लग गया।

तो दोस्तों कैसी लगी आप लोगो को मेरी और मेरी मामी की धमाकेदार चुदाई।

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