मालिक की मां ने अपना चुत चुदवाया

नमस्कार दोस्तों,
मैं भोला उम्र 30 साल दिल्ली में रहता हूं। मैं यहां एक घर में  ड्राईवर की नौकरी करता हूं। मैं जिनके यहां काम करता हुं वो लोग बहुत धनी लोग है। मुझे यहां काम करते हुए करीब 6 महीना हो गया है।

मालिक की मां ने अपना चुत चुदवाया

मेरे वहां नौकरी पकड़ने के लगभग दो महिने बाद ही बड़े सेठ जी जिनकी उम्र 70-72 साल की थी, उनका अचानक हार्ट अटैक से निधन हो गया था। वो इतने बड़े आदमी होने के बावजूद एक नेक इंसान थे। मुझसे या उनके घर में काम करने वाले सभी लोगों से अच्छा व्यवहार करते थे।

उनके निधन के बाद उनके बिजनेस का सारा काम ठप पड़ने लगा जिसके चलते सेठानी जी ने अपने बेटे को विलायत से बुला लिया कुछ ही दिनों में उनके बेटे ने अपना सारा बिजनेस संभाल लिया। सब कुछ नॉर्मल चलने लगा।

सेठानी जी की उम्र वही कोई 65 साल होगी पर पहनावा जवान औरतों जैसे वो ज्यादातर टाईट लेगिंस और सूट पहनती थी और हमेशा टिप टॉप दिखती थी। टाईट सूट लेगिंस पहनने से कभी कभी उनकी सूट उनके पेट पर चढ़ जाती थी। जिससे कभी कभी मुझे उनका चिकना पेट और कमर दिख जाया करता था।

इस उम्र में भी उनका चेहरा देखने में बेहद सुंदर था। गोरा कमसिन बदन बड़ी बड़ी चूचियां जिनके बीच की गहराई हमेशा ही उनके सूट के गले से दिखती और बड़ी बड़ी गांड मोटी जांघें कुल मिलाकर वो मस्त माल लगती थी।

सच बताऊं तो मैं उनको रोज देखता था, पर कभी उनके लिए गलत नीयत नही रखी लेकिन एक दिन वो हुआ जो मैंने कभी सोंचा नही था। एक दिन सेठानी जी के बेटे को विलायत किसी काम से जाना पड़ा वो दो दिनों के लिए जा रहा था।

मैं उसे एयरपोर्ट छोड़ने जा रहा था सेठानी जी भी अपने बेटे को छोड़ने के लिए हमारे साथ ही आ गई, मैं चुपचाप गाड़ी चला रहा था। दोनों मां बेटे कार में पीछे बैठे आपस में बातें कर रहे थे। कुछ ही देर में हम एयरपोर्ट पहुंच गए।

सेठानी जी ने अपने बेटे को अलविदा किया और वापस आकर कार में बैठ गई और मुझसे कहा भोला घर की तरफ चलो और रास्ते में कोई मेडिकल दिखे तो रोकना। मैंने पूछा क्या हुआ मैडम तबियत तो ठीक है ना आपकी?

सेठानी जी ने कहा नहीं कोई ऐसी बात नहीं है बस कुछ लेना है! मैंने रास्ते में एक मेडिकल देखकर गाड़ी रोक दी सेठानी जी कुछ देर बाद मेडिकल से समान लेकर आ गई और कार में बैठ कर घर चलने को कहा।

रात के करीब 10 बजे मैं और सेठानी जी घर पहुंचे घर में एकदम सन्नाटा था। सभी काम करने वाले अपने अपने घर चले गए थे। सेठानी जी को घर के अंदर तक छोड़कर मैंने भी अपने घर जाने के लिए जैसे ही सेठानी जी को बोलना चाहा।

उतने में ही वो बोली भोला तुम जरा रुकना मुझे तुमसे काम है! मैंने जवाब दिया जी मैडम! और धीरे धीरे घर के हॉल के अंदर आ गया। सेठानी जी मुझे रुकने को बोलकर अपने कमरे में चली गई। तब तक मैं हॉल में ही खड़ा रहा।

2 मिनट बाद सेठानी जी ने मुझे अपने कमरे में से आवाज लगाई! भोला जरा अंदर आना मैंने तुरंत कहा जी मैडम! और कमरे के दरवाज़े को खोलता हुआ अंदर घुस गया। जैसे ही मेरी नज़र मैडम पर पड़ी तो मैं शर्म के मारे फिर से कमरे के बाहर आ गया।

तो फिर मैडम ने कहा भोला अंदर आ जाओ कोई बात नही। मैं नज़रे नीचे किए अंदर गया। मैडम कमरे में अध नंगी खड़ी थी, वो ऊपर सिर्फ ब्रा और नीचे टाईट लेगिंस में थी वो मेरी दूसरी तरफ अपना चेहरा करके खड़ी थी। जिससे मुझे उनकी नंगी पीठ और उनकी बड़ी बड़ी आकार की गांड दिख रही थी जो लग रहा था अभी उनकी लेगिंस को फाड़ कर बाहर आ जाएंगी।

मैं करता भी क्या आखिर मर्द हूं ना चाहते हुए भी इस हालत में मेरी नज़र उपर हो जा रही थी। मैं कुछ पल तक चुपचाप उनके पीछे खड़ा रहा। तभी मैडम ने कहा भोला जरा मेरी ब्रा की हुक को खोलना! मैं उनकी इस बात को सुनते ही सख्ते में आ गया। मैंने जी मैडम क्या??

तो उन्होंने फिर कहा मेरी ब्रा की हुक को खोलो! मैंने अपने कांपते हाथ उनकी पीठ की ओर बढ़ाए और तुंरत उनकी ब्रा की हुक को खोलकर पीछे हट गया। ब्रा की हुक खुलते ही मैडम की वजनदार चूचियां लटक गई जिसे मैडम ने अपने दोनों हाथो को आगे करके अपनी चूचियों को थाम लिया।

और अपनी ब्रा को अपने बांहों से निकाल कर फेंक दिया। मैंने जैसे ही उनसे आज्ञा लेकर जाना चाहा। वो मेरी तरफ मुड़ी उन्होंने अपनी दोनों चूचियों को अपने दोनों हाथों से ढक रखा था। मैंने उनको देखकर अपनी नज़रे और नीचे कर ली।

मैं उनके पांव देख रहा था जो मेरे ही तरफ बढ़ रहे थे। कुछ ही देर में वो मेरे सामने खड़ी हो गई और बड़े प्यार से बोली भोला जरा इधर देखो ना जब मैंने अपनी नज़रे उठाई तो उन्होंने झट से अपनी चूचियों पर से अपना हाथ हटा दिया। अब उनकी बड़ी चूचियां मेरे नजरों के सामने लटक रही थी।

मेरी हालत खराब हो गई मुझे समझ नहीं आ रहा था की मैडम करना क्या चाहती है। तभी वो मुझसे कसकर लिपट गई और अपनी चूचियों की गर्माहट से  मेरे सीने को गरम करने लगी। मुझे उनके बदन की गर्माहट अच्छी लग रही थी। पर मुझे घबराहट भी हो रही थी आख़िर वो मेरे मालिक की मां थी।

मैंने लड़खड़ाती आवाज़ में कहा मैडम आप क्या कर रही हैं। ये ठीक नही है तो वो बोली कुछ नहीं होगा भोला और मुझे और कसकर अपनी बांहों में दबाने लगी। मैं उन्हें पीछे धकेलने की कोशिश करने लगा पर वो इतनी मजबूती से मुझसे लिपटी हुई थी की उनकी चूचियां मेरे सीने से दबकर और भी बड़ी हो गई थी।

वो जान बूझकर अपनी चूचियों को मेरे सीने पर जोर से दबा रही थी। मुझे भी अब मैडम की चूचियों की गरमाहट अपने सीने पर महसूस हो रही थी जो एक सुकून दे रही थी। अब मेरा अपने आप पर से कंट्रोल छुट रहा था। मेरा लंड मेरी पैंट में ही सीधा होकर मैडम के पेट के नीचे उनकी चूत के उपरी भाग पर लग रहा था।

फिर मैडम ने अपना एक हाथ मेरे पैंट के उपर रखा और मेरे लंड को सहलाने लगी और बोली भोला आज ये मुझे दे दो… मैंने कहा मैडम ये गलत है वो बोली प्लीज दे दो जब से तुम्हारे मालिक गए है। तब से किसी मर्द का लंड नही देखा प्लीज भोला दे दो।

मैं समझ गया मालिक के निधन के बाद से मैडम की चूत में लंड नही गया इसी लिए ये सेक्स के लिए बौखला गई है। उसके बाद मैं चुप खड़ा रहा कुछ विरोध नही किया न ही मैडम को रोकने की कोशिश की।

मैडम मेरे लंड को सहलाती हुई अपनी चूचियां मेरे सीने पर दबाने लगी और मेरी गर्दन और गालों, होठ को चूमने लगी। उनके चुम्बन से मेरा लंड और हार्ड हो गया। फिर मैडम ने अपना एक हाथ मेरी क़मर के उपर से मेरी पैंट में डाल दिया और मेरे लंड को पकड़कर सोटने लगी।

वो मेरे लंड की चमड़ी को आगे पीछे करने लगी जिससे मेरे अंदर भी उनकी चूत चोदने की आज भड़क गई। पर मैं शर्म के मारे चुप रहा फिर मैडम नीचे अपने घुटनों के बल बैठ गई और मेरी पैंट खोलकर मेरा लंड बाहर निकालने लगी।

कुछ ही देर में मेरी पैंट मेरे एड़ियों तक आ गई और मेरा लंड मैडम की मुट्ठी में वो मेरे लंड को देखकर बोली भोला तुम्हारा लंड तो बड़ा और मोटा है। मैंने कुछ जवाब नही दिया फिर वो मेरे लंड को पकड़कर चुसने लगी।

वो इतने तजुर्बे से मेरे लंड को चूस रही थी की उन्होंने मेरा लंड चुस चुसकर झाड़ दिया मैं उनके मुंह में ही झड़ गया। उनके मुंह से मेरे लंड का वीर्य टपक रहा था। फिर मैडम खड़ी हुई और मेरे सारे कपड़े खोल दिया।

अब मैं बिल्कुल नंगा हो चुका था। फिर मैडम मेरी तरफ अपनी गांड करके खड़ी हो गई और अपनी लेगिंस उतारने लगी। लेगिंस उतारती हुई जब वो झुकी तो मेरी नजर उनकी बड़ी सी गांड पर अटक गई क्या मोटे मोटे चूतड़ थे। मैडम के उनकी गांड को देखकर मेरे लंड में फिर से जान आने लगी।

जब वो झुककर अपनी लेगिंस को अपनी एड़ियों से निकाल रही तब मुझे मैडम की चिकनी चूत साफ साफ दिख गई। मैडम के चूत पर एक भी बाल नहीं थे, उनकी चूत के दोनों मोटे होठ आपस में चिपके हुए थे जिससे उनकी चूत की बीच की सीधी रेखा साफ दिख रही थी। उनकी चूत को देखकर लग ही नहीं रहा था की वो 65 साल की औरत है।

फिर मैडम ने मुझे बिस्तर पर लेट जाने को कहा मैं उनकी आज्ञा का पालन करते हुए बिस्तर पर सीधा लेट गया। मैडम भी बिस्तर पर चढ़ गई और मेरे लंड को पकड़ कर सोटने लगी फिर मैडम ने अपने दोनों टांगें मेरे चेहरे के अगल बगल कर दी और मेरे ऊपर 69 पोजिशन में आ गई।

अब उनकी गांड मेरे चेहरे के आगे थी और वो मेरे ऊपर चढ़ी हुई मेरे लंड को अपने मुंह में डालकर चूसे जा रही थी। मैं उनकी गांड और चूत को पीछे से देख रहा था। जब मैडम मेरा लंड चूसते हुए अपनी कमर और शरीर को हिलाती तो उनकी चूत का छेद खुल और बंद हो रहा था।

मैं उनकी चूत को देख रहा था मुझे भी उनकी चूत को चुसने का मन हो रहा था। पर मैं डर रहा था की कहीं मैडम बुरा न मान जाए। मैडम मस्ती में मेरे लंड को चूस कर लंड में जान फूंक रही थी। आखिरकार मेरा अपने आप से कंट्रोल छुटने लगा और मैंने हिम्मत करके अपने दोनों हाथ मैडम के गांड पर रखे।

मैडम ने कुछ नहीं कहा फिर कुछ देर बाद मेरी हिम्मत और बढ़ी तो मैंने धीरे धीरे मैडम की PAWG गांड़ को दबाने और फैलाने लगा मैडम की गांड को फैला फैलाकर उनकी गांड की छेद को देखने लगा।

फिर मेरी नजर मैडम की खुलती बंद होती चूत की छेद पर पड़ी जिससे देख मैं अब अपने आप को रोक नहीं पाया मैंने अपने दोनों हाथो को मैडम के दोनों जांघों के नीचे लगाया और उनकी क़मर को पकड़कर झट से अपने मुंह पर ले आया जिससे मैडम की चूत और गांड मेरे चेहरे के उपर आ गई।

मैडम के चूत के होठ मेरे होठों को छुने लगे मैंने देरी न करते हुए तुंरत अपना जीभ मैडम की चूत में घुसा दिया और अपने जीभ से मैडम की चूत को खोदने लगा। मुझे लगा मैडम घुसा करेंगी पर वो कुछ नही बोली जब मैंने अच्छे से उनकी चूत में अपनी जीभ फिराने लगा तब वो भी आह्ह्ह… भोला….. आह्ह्ह्ह…. इसस… स…भोला ऐसे ही…. आह..आह… करने लगी।

फिर मेरे लंड को चुसने लगी मैं भी उनकी चूत को चुसने लगा। हमदोनो एक दूसरे का लंड और चूत को पूरी वासना में चुसने लगे। अब मैडम ज्यादा गरम हो चुकी थी और मेरा लंड भी फौलाद बन चुका था। मैडम ने कहा भोला अब इसे मेरी चूत के अंदर डालो अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है।

मैडम उठी और बिस्तर पर घोड़ी बन गई मैं भी उठकर मैडम के पीछे अपना लंड लहराता हुआ अपना लंड उनकी चूत पर सेट करने लगा। फिर मैंने मैडम की चूत में एक हल्का सा धक्का पेला जिससे मेरे लंड का अगला छोर मैडम की चूत में समा गया।

थोड़ा सा लंड उनकी चूत में घुसते ही मैडम मचल गई और उनके मुंह से आह्ह्ह्हह…ह्ह्ह…..भोला… आ… की हल्की सी चीख निकल गई और मुझे भी पता चल गया की उनकी चूत ने कभी मोटा लंड नही खाया या शायद काफी दिनों से चुदाई नही होने के कारण उनकी चूत इतनी टाईट हो चुकी है।

मैंने मैडम की गांड पर अपने दोनों हाथ जमाए अपने क़मर की जोर से अपने लंड को मैडम की चूत में धकेलना चाहा पर लंड टेढ़ा होने लगा और मैडम को दर्द होने लगा। तो मैंने अपने लंड के अगले हिस्से को जो मैडम की चूत में घुसा हुआ था उसे उनकी चूत से बाहर निकाला और अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर अपने पुरे लंड पर मल दिया।

अब मेरा लंड मेरी थूक से पूरी तरह सराबोर हो चुका था और लंड पर फिसलन आ चुकी थी। मैडम ने भी अपना एक हाथ पीछे किया और अपनी चूत के दोनों फांकों को अपनी दो उंगलियों से फैला दिया और चूत के मुंह को खोल दिया। फिर मैंने मैडम की क़मर को अपने दोनों हाथों से पकड़ा और अपना लंड उनकी दोनों उंगलियों के बीच से उनकी चूत की छेद पर लगा दिया।

जब लंड अच्छे से मैडम की चूत की छेद पर सेट हो गया तो मैंने एक हल्का सा धक्का मारा जिससे की मेरा आधा लंड मैडम की चूत में घुस गया और मैडम के मुंह से आह…इस स… भोला आ आ… ऊंह ह…. की दर्द भरी आवाज निकल गई।

उनकी आवाज सुनकर मैं रुक गया और मैडम अपनी चूत की बगल की चमड़ी को फैलाती हुई मचलने लगी। थोड़ी देर बाद जब वो शांत हुई तो मैंने धीरे धीरे अपने लंड को मैडम की चूत में दबाने  लगा। अब मैडम की चूत ने आसानी से मेरे लंड को निगलना शुरू कर दिया।

कुछ ही देर में मैंने अपना लंड जड़ तक मैडम की चूत में पेल दिया अब मेरी गोटियां मैडम की चूत के होठों को छुने लगी। फिर मैं धीरे धीरे मैडम की चूत में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा। अब मैडम भी आराम से मेरा लंड ले रही थी और बीच बीच में कामुक आवाजें आह… उह ह… उम्म्म्म… याह…. आह्ह्ह्ह्ह… ओह…. भोला चोदो मुझे ओह भोला आह…जोर से चोदो फाड़ दो अपने मोटे गठीले लंड से मेरी चूत को आह्ह्हह….आह..

मैं मैडम की आवाजें सुनकर और उत्तेजित हो रहा था तो मैंने अपनी धक्कों की गति बढ़ा दी और जोर जोर से मैडम की चूत में अपने जवान लंड से चुदाई की बौछार करने लगा। अब मैं कस कसकर अपनी कमर को मैडम की गांड पर मारता जिससे मेरा लंड और अंदर तक घुसकर मैडम की चूत चोदता।

इस पूरे दौरान मैडम आह… उह… आ.. ह … आउच…. आह…. कर मेरी उत्तेजना बढ़ाती और मैं पूरे जोश में मैडम की चूत बजाता मैं काफी देर से मैडम को घोड़ी बनाकर चोद रहा था। अब मैं थक चुका था। मेरी रफ्तार धीमी पड़ने लगी थी, शायद ये बात मैडम समझ गई।

तो उन्होंने कहा भोला तुम बस बैठे रहो अब मैं करूंगी तो मैं अपने दोनों घुटनों को पीछे की तरफ से मोड़कर मैडम के पीछे बैठ गया। फिर मैडम ने मेरे लंड को पकड़ा और अपनी चूत में सेट किया और मेरी गोद में बैठकर अपनी कमर को ऊपर नीचे करने लगी और अपनी गांड को मेरी जांघों पर पटकने लगी।

जिससे मेरा लंड मैडम की चूत के अंदर बाहर होने लगा मुझे पीछे से मैडम की थल-थलाती गांड देखकर बहुत मजा आ रहा था। वो पूरी ट्रेंड थी इसलिए पोर्न एक्ट्रेस की तरह मेरे लंड पर उछल रही थी।   कुछ ही देर में उनकी चूत से गिला लसलासा गर्म लावे सा पानी आने जिसने मेरे लंड को पूरी तरह नहला दिया।

उसके बाद भी मैडम मेरे लंड पर उछलती रही कुछ देर बाद मैं भी ज़ोर की आह… की आवाज के साथ मैडम की चूत के अंदर ही झड़ गया। चूत में फिसलन होने की वजह से मेरा लंड मैडम की चूत से फच्च्छ की आवाज के साथ बाहर निकल गया।

उसके बाद भी मैडम मेरी गोद में ही बैठी रही और अपना चेहरा मेरी तरफ घुमाकर मुझे चूमने लगी। मैं नीचे से उनकी गांड को मसल रहा था। पता नही कब मेरा लंड फिर से खड़ा होकर कब मैडम की गांड की गुफा के अंदर चला। जिसे मैडम ने भाफ़ लिया और मेरी तरफ मुस्कुराती हुई बोली अब क्या यहां भी करोगे।

मैडम ने कहा चलो ठीक है मेरी गांड में भी कर लो मगर एक शर्त है कंडोम पहन के करना पड़ेगा। मैंने हल्का सा सर हिला के हां कहा फिर मैडम ने कहा जाओ मेरे हैंड बैग से कंडोम की पैकेट लेकर आओ मैं तुंरत कंडोम की पैकेट लेकर आया।

मैडम ने अपने हाथों से मेरे लंड को कंडोम पहनाया और अपने आप ही बिस्तर पर पेट के बल गांड उपर करके लेट गई। मैंने उनकी दोनों टांगों को फैला दिया और उनकी दोनों टांगों के बीच आकर अपने हाथ के सहारे हवा में उनके समानतर हो गया।

फिर मैंने अपने एक हाथ की उंगलियों पर अपने मुंह से थूक निकाल लिया और मैडम की गांड की दरार के बीच उंगली घुसाकर उनकी गांड की छेद पर थूक मल दिया और अपने लंड से उनकी गांड की छेद पर सटीक निसाना लगा दिया।

फिर मैंने धीरे धीरे अपनी कमर को मैडम की गांड पर दबाना शुरू किया जिससे मेरा लंड मैडम की गांड की छेद को खोलता हुआ उनकी गांड में घुसने लगा अभी थोड़ा ही लंड गांड में घुसा था की मैडम दर्द से चिल्लाने लगी आह्ह्ह्… आआह्ह्हह…. उईई… मां आ आ…. नही ई ई ई…..भोला आ..रा…म… से आह..आह.. वो जितना  चिंखती मैं उतना लंड उनकी गांड में दबाता।

करीब 20 मिनट ऐसे ही चिल्लम चिल्ली चलती रही उसके बाद मेरा पूरा लंड मैडम की गांड में घुस गया और मैंने धीरे धीरे करके मैडम की गांड में धक्के देने शुरू किए शुरू शुरू में मैं धीरे धीरे धक्के दे रहा था। लेकिन कुछ देर बाद जब उनकी गांड की छेद फैलकर फ्री हो गई तब मैने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी।

मैडम भी आह..आह…भोला …जोर..से… उह ह….आह…….. मैं तेज़ी से मैडम की गांड में धक्के मारते हुए उनकी गांड मार रहा था। करीब आधे घंटे की धक्क्कापेल गांड चुदाई के बाद मैं झड़ गया कोंडम की वजह से मेरा माल मैडम की गांड में नही फैला उसके बाद मैं वही बिस्तर पर ढेर हो गया।

कुछ देर बाद मैडम उठी और उन्होंने मेरे लंड पर से कंडोम निकाला और मेरे लंड को साफ़ करने लगी उसके बाद उन्होंने भी अपनी चूत और गांड की सफाई की और मुझे बोली भोला आज रात यही रुक जाओ फिर हमदोनों एक साथ एक बिस्तर पर सो गए।

करीब आधी रात को मैंने फिर से मैडम को चुदाई के लिए उकसाया और मैंने फिर से दो राऊंड मैडम की चूत की चुदाई की मैं उनकी गांड भी चोदना चाहता था, पर उन्होंने कहा अभी पहली चुदाई का दर्द अभी तक हो रहा है। तो तुम फिर किसी दिन मेरी गांड मार लेना।

तो दोस्तों कैसी लगी आप सब को मेरी ये कहानी :- मालिक की मां ने अपना चुत चुदवाया। उम्मीद करता हुं आप सभी को मेरी ये कहानी पसंद आई होगी।

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